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भजन
शिव शम्भो हर हर शम्भो
भवा नाष कैलास निवास
पार्वती पते हर पशु पते
गंगाधारा शिव गौरी पते
अर्थ

भगवान शिव ही हर हर शंभो हैं | कैलाश पर्वत पर रहने वाले, माँ पार्वती एवं समस्त जीवों के स्वामी शिवजी सांसारिक बंधनों को नष्ट करने वाले हैं| गौरीपति भगवान शिव ने अपनी जटाओं में गंगा को धारण किया है |

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शिव भगवान शंकर
हर संहारक
भवनाशा ऎहिक बंधनों का नाश करने वाला
पार्वतीपते पार्वती का स्वामी | पार्वती पति शब्द का संबोधन |
पशुपते जीवों का स्वामी | पशुपति शब्द का संबोधन | पशु जीव अथवा प्राणी |
पति य: पालयति स: पति: | जो पालन करता है वह |
गंगाधर जटा में गंगा को धारण करने वाले |
गौरी गौर वर्ण की, शुद्ध |
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