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सर्वधर्म प्रार्थना

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प्रार्थना
भावार्थ

सनातन धर्म में पूजित ओंकार रूपी नारायण और परम पुरुषोत्तम गुरु, जैनियों के सिद्ध, बौद्धों के भगवान बुद्ध, सुब्रमण्यम् (कार्तिकेय), गणेश, सूर्य और अग्नि, पारसियों के प्रभु अहुरमज़्द, यहूदियों के यहोवा, ईसाइयों के पिता प्रभु यीशु, हिन्दुओं के शंकर, विष्णु, राम, कृष्ण, मुसलमानों के रहीम, चीनियों के प्रभु ताओ, वासुदेव, गौ तथा सारा संसार आप ही का रूप है । हे सच्चिदानन्द स्वरुप परमेश्वर, आपके समान दूसरा और कोई नहीं है। आप काल से भी परे भयरहित आत्म लिंग रूपी साक्षात भगवान् शिव ही हैं।

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शाश्वत विश्वरूप, प्रणव ध्वनि!
तत् इंद्रिय, मन, बुद्धि के परे का तत्व !
सत् सत्य, वेदांत तत्व का सार |
श्री इस शब्द से लक्ष्मी या सम्पत्ति का बोध होता है|
नारायण भगवान नारायण; जो सभी प्राणियों के हृदय में निवास करते हैं
पुरुषोत्तम पुरुषों में उत्तम
गुरू अज्ञान को दूर करने वाले!
सिद्ध साक्षात्कारी पुरुष!
बुद्ध बोध को प्राप्त!
स्कंद भगवान कार्तिकेय।
विनायक भगवान गणेश|
सविता सूर्य
पावक अग्नि देवता। पारसी लोग अग्नि को भगवान के रूप में पूजते हैं
ब्रह्म सर्वव्यापी सत्य, सृष्टि का सृजन करने वाले|
मज़्द पारसी धर्म में परमेश्वर को किया जाने वाला संबोधन!
यहोवा यहूदी धर्म में ईश्वर को किया जाने वाला संबोधन!
शक्ति ईश्वरीय ताकत|
ईशु पिता जीसस!
प्रभ परमोच्च शक्ति!
रुद्र शिव
विष्णु सर्वव्यापी, विश्व का पालनकर्ता!
राम त्रेता युग में हुआ ईश्वरीय अवतार!
कृष्ण द्वापर युग में अवतरित ईश्वरीय रूप!
रहीम दयालु (मुस्लिम अनुयायियों द्वारा ईश्वर को दिया गया संबोधन)
ताओ चीन में प्रचलित प्रभु का नाम!
वासुदेव समस्त प्राणियों में जिसका वास है!
गो गाय
विश्वरूप संपूर्ण विश्व में व्याप्त कृष्ण तत्व!
चिदानंद परम आनंद
अद्वितीय एकमात्र, जिसके समान दूसरा कोई न हो!
अकाल जो समय से परे है |
निर्भय अभय
आत्मलिंग आत्म-तत्व !
शिव शुभ, कल्याणकारी!
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