आंतरिक शांति और ध्यान

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आंतरिक शांति और ध्यान

शिक्षक अभ्यास को धीरे-धीरे पढ़ते हैं, बिन्दुओं पर रुकते हैं…

आप चाहें तो कोई मधुर संगीत बजा सकते हैं।

सबसे पहले, अपनी कुर्सियों पर एक आरामदायक स्थिति में बैठें, या फर्श पर पाँव मोड़ कर बैठें। सुनिश्चित करें कि आपकी पीठ सीधी है और सिर सीधा। गहरी सांँस लें और सांँस छोड़ते हुए आराम करें। अपनी आंखें बंद करें, या यदि आप इससे असहज महसूस करते हैं, तो नीचे फर्श पर देखें। एक और गहरी सांँस लें … और दूसरी …

अब कक्षा में आवाजें सुनें …

मधुर स्वर सुनें …

तेज आवाजें सुनें …

सभी आवाजें सुनें, कक्षा के बाहर की भी …

दूर के यातायात की आवाज़ … चहचहाते पंछी।

सभी आवाजें सुनें (विराम) …

जब आप मेरी छोटी सी घंटी की खनखनाहट सुनें, तो धीरे-धीरे अपनी आंँखें खोलें, अपने बगल में बैठे व्यक्ति को देखें और मुस्कुराएंँ।

परिचर्चा:

(बच्चों की एकाग्रता को बढ़ाने के लिए इस अभ्यास को करें।)

  1. आपने क्या सुना? क्या आपने कोई तेज़ आवाज़ सुनी?
  2. क्या आपको कोई हल्की आवाज सुनाई दी? क्या आपको कोई सुखद अनुभूति हुई?
  3. मुझे उन ध्वनियों के उदाहरण दें जो आपने सुनीं । क्या वे ऊँची थीं या मृदु? वे लंबी थीं अथवा छोटी?

[संदर्भ: मानव मूल्यों में सत्य साई शिक्षा, कैरोल एल्डरमैन द्वारा चरित्र और भावनात्मक साक्षरता के विकास के लिए एक पाठ्यक्रम]

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