माया जार
माया जार
उद्देश्य:
एक दिलचस्प और ज्ञानवर्धक गतिविधि, जो बच्चों को कार्यों की प्राथमिकता एवं समय प्रबंधन के बारे में जानकारी देने के लिए निर्मित की गई है।
संबंधित मूल्य:
- जिज्ञासु प्रवृत्ति
- विवेक सहित अंतर करना
- निर्णय लेना
- सहयोग।
आवश्यक सामग्री:
- एक ही आकार के 2 बर्तन/जार
- कंकड़/पत्थर
- बजरी
- रेत/सूखी मिट्टी
- पानी (प्रत्येक की समान मात्रा अलग-अलग कप में)
गुरू के लिए प्रारंभिक कार्य:
कोई नहीं
कैसे खेलें
- गुरू अपनी कक्षा को दो समूहों में विभाजित करते हैं।
- प्रत्येक समूह को कुछ कंकड़, बजरी, रेत और पानी के साथ एक समान कंटेनर (माया जार) मिलता है।
- चुनौती कम से कम समय में सब कुछ जार में फिट करने की है।
- जो समूह इस कार्य को सबसे पहले पूरा करता है उसे अधिकतम अंक मिलते हैं।
गुरुओं को सुझाव:
- एक बार जब प्रत्येक समूह जार भर ले, तो उनके साथ उनकी निर्णय लेने की प्रक्रियाओं के बारे में चर्चा करें।
- उन्होंने चार वस्तुओं को जार में डालने का क्रम कैसे तय किया?
- इस क्रम को चुनने का कोई विशेष कारण?
- या उन्होंने सब कुछ बेतरतीब ढंग से किया?
- यदि हाँ, तो उन्हें किस कठिनाई का सामना करना पड़ा?
- बच्चों को एहसास हुआ कि जो समूह सफल हुए वे स्पष्ट रूप से वे हैं जो कंकड़ से शुरू हुए, उसके बाद बजरी और फिर रेत से, और पानी के साथ समाप्त हुए, यानी सही क्रम में।
- फिर गुरू इस प्रक्रिया का उपयोग करके उन्हें प्रत्येक दिन के लिए अपने कार्यों को प्राथमिकता देने और व्यवस्थित करने की आवश्यकता सिखाने के लिए आगे बढ़ें।
- गतिविधि महत्वपूर्ण कार्यों से शुरुआत करने, फिर आवश्यक लेकिन कम दबाव वाले काम को पूरा करने और सबसे कम महत्वपूर्ण गतिविधियों के साथ समाप्त करने की आवश्यकता को दर्शाती है।
- तनाव से बचने और सफल होने के लिए यह बात जीवन में प्रत्येक क्षेत्र में लागू होती है।
- यह प्रभावी योजना तथा समय प्रबंधन पर भी एक सबक है, ‘जैसा कि हमारे भगवान अक्सर हमें याद दिलाते हैं – “समय बर्बाद करने का मतलब जीवन बर्बाद करना है।”