गायत्री मंत्र – गतिविधि
(स्मरण शक्ति खेल)
- इस खेल गतिविधि के लिए अपने घर/स्कूल/बालविकास वर्ग से ऐसे चीज़ों/चित्र को इकट्ठा कीजिये, जो हमारी रोज की जिंदगी में उपयोगी हों जैसे – पेंसिल, एक पेड़ का चित्र, कुत्ते का चित्र, किताब, गेंद कंजीरा आदि। चित्र और वस्तुओं का संग्रह इस खेल को बहुत रोचक और मनोरंजक बनाएगा। कुल मिला कर इन्हे तीस के करीब एकत्रित करें।
- इनमें से बीस वस्तुओं को चुनकर जमीन या मेज़ पर अनियमित रूप में रख लो। बाकी 10 चीज़ों का अभी उपयोग नहीं करना है।
- बच्चों से इन बीस चोजों को कुछ क्षण तक गौर से देखने को कहें (यानि 30 से 40 क्षण तक)
- अब इन वस्तुओं को वहाँ से हटा लें या किसी कपड़े से ढाँक लें।
- बच्चों ने जिन चीज़ों को देखा उनका सूचि बनाने को कहना| वे कुछ चीज़ों को याद में रखेंगे| ध्यानपर्वक / स्मरण पूर्वक देखनेवाले बच्चे 15 चीज़ों को याद करेंगे|
- अब बच्चों से तीन बार गायत्री मंत्र ध्यान से जपने को कहें।
- अब बाकी की 10 चीजें जिनको पहले नहीं दर्शाया गया था, उन्हें लें। साथ ही पहले दिखायी गयी 20 चीज़ों में से 10 चुन लें। अब हमारे पास कुल बीस चीजें हैं। (बीस चीजों में से दस पहले दिखायी गयीं और दस चीजें जिनको नहीं दिखाया गया था)। अब इन बीस चीजों को फिर से अव्यवस्थित रूप से मेज या जमीन पर बिखेर दीजिये।
- अब बच्चों को पुनः ध्यान से सब चीजों को तीस या चालीस सेकेंड्स देखने को कहें।
- इसके बाद चौथे चरण में वस्तुओं को बच्चों की दृष्टि से ओझल कर दीजिए।
- अब बच्चों से देखी गई चीजों का विवरण ध्यान से लिखने को कहें।
संक्षेपण
गायत्री मंत्र एक अति (शक्तिशाली) प्रभावपूर्ण मंत्र हैं। वह तो केन्द्रीभूत करने, ध्यान और स्मरण शक्ति को बढ़ने में सहायता करती है। गायत्री मंत्र जपने के बाद बच्चे दूसरी बार ज्यादा चीजों को स्मरण करके कह सकते हैं। अगर कुछ बच्चे पहली बार से अधिक नहीं कह सकते हैं तो उनको ज्यादा बार गायत्री मन्त्र जपने का मौका देना – चाहिए।
बच्चों को गायत्री मंत्र के प्रभाव से भली-भाँति परिचित होने तथा प्रतिदिन नियमित रूप से इसके जप करने का महत्व समझाने की यह एक चमत्कारिक एवं प्रभावशाली विधि है।