विज्ञान एवं मानवता
सर हम्फरी डेवी ने डेवी सेफ्टी लैंप का आविष्कार किया था | इस आविष्कार से पहले लाखों लोग जो कोयले की खदानों में काम करते थे, आग से जल जाने के खतरे से जूझते थे | खदानों में ऐसे गैस का रिसाव होता था, जो शीघ्र साधारण लैंप से आग पकड़ लेता था, और दुर्घटना की आशंका बढ़ जाती थी |
सर हम्फरी ने कड़ी मेहनत की और एक ऐसे लैंप को बनाया, जो गैस के ज्वलनशील प्रभाव को कम करती थी | यह एक अद्भुत एवम् कारगर आविष्कार था खदान कर्मियों के लिए |
हम्फरी जी यदि चाहते तो बहुत पैसे कमा सकते थे इस आविष्कार से,यदि इस कृति को अपने नाम से प्रचलित करवा लेते | परन्तु सर हम्फरी ने यह बात अस्वीकार कर दी और इस पेटेंट को मुफ्त में जनता को सौंप दिया।
एक मित्र ने उन्हें सुझाव दिया, “आप इस पेटेंट से करोड़ों के मालिक हो सकते हैं अच्छे से विचार कर लीजिए |” “नहीं मैं ऐसा नहीं करूँगा, मेरा उद्देश्य केवल मानवता की सेवा करना है। मुझे मालूम है अधिक धन कभी मनुष्य को सुख और यश नहीं देता है। मैं जितना मेरे पास है, उससे बहुत सन्तुष्ट हूँ” -उन्होंने उत्तर दिया |
सर हम्फरी अमर हो गए, एक वैज्ञानिक और मानवता के मिसाल बन कर |
प्रश्न
- सर हम्फरी ने किस चीज़ का आविष्कार किया था?
- उस आविष्कार को चमत्कार क्यों माना जाता है?
- उनके मित्र ने उनको क्या सलाह दी थी?
- उन्होंने मित्र को क्या जवाब दिया?