- गजवदना गणनाथा नाथा
- गौरीवर तनय गुणलय
- गजवदना गणनाथा नाथा
- विद्या दायक बुद्धि प्रदायक
- सिद्धि विनायक हे शुभ दायक
गजवदना गणनाथा नाथा
भजन
अर्थ
हे गजवदन (हाथी के मुख वाले) प्रभु! देवताओं के स्वामी एवं माँ गौरी के प्रिय पुत्र; आप परम दयालु हैं। आप शुभता और समृद्धि प्रदान करने वाले हैं।
व्याख्या
गजवदना गणनाथा नाथा | हे गजानन! आप सभी दिव्य प्राणियों के स्वामी हैं। |
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गौरीवर तनय गुणलय | हे माता गौरी (पार्वती) के प्रिय पुत्र! आप सद्गुणों की खान हैं। |
गजवदना गणनाथा नाथा | हे गजानन! आप सभी दिव्य प्राणियों के स्वामी हैं। |
विद्या दायक बुद्धि प्रदायक | हे प्रभु! आप समस्त प्रकार की विद्याओं के दाता तथा बुद्धि प्रदाता हैं। |
सिद्धि विनायक हे शुभ दायक | हे प्रभु! आप ही हमें आध्यात्मिक विवेक और शुभता प्रदान करने वाले हैं। |
राग: सोहनी (हिंदुस्तानी)/ हंसानंदी (कर्नाटक)
श्रुति:सी# (पंचम)
बीट (ताल): कहरवा या आदि तालम – 8 बीट
भारतीय संकेतन
पश्चिमी संकेतन
https://archive.sssmediacentre.org/journals/vol_14/01JAN16/bhajan-tutor-Gajavadana-Gananatha-Natha.htm