- गणेश शरणम् परम पावनम् सत्य साईनं गजाननं।
- नित्य स्मरणं परम पावनं सत्य साईनं गजाननम्।।
- सद्गुरु चरणं परम पावनं सत्य साईनं गजाननम्।
- भव भय हरणं परम पावनम् सत्य साईनं गजाननम्।।
गणेश शरणम् परम पावनम्
भजन
अर्थ
हम भगवान गणेश की शरण में जाकर परम पावन सत्यसाई गजानन भगवान को नमन करते हैं। हम उन पावन चरणों का नित्य स्मरण करते हैं। हम सद्गुरु के पवित्र चरणों में नमन करते हैं। साई और गणेश का पावन नाम जन्म-मृत्यु के समस्त भय को दूर करने वाला है।
व्याख्या
गणेश शरणम् परम पावनम् सत्य साईनम् गजाननम् | हे भगवान गणेश, हम आपकी शरण में हैं। भगवान सत्य साई, जो हाथी के मुख वाले भगवान गणेश का रूप भी धारण करते हैं, आप परम शुद्ध करने वाले हैं। |
---|---|
नित्य स्मरणं परम पावनं सत्य साईनं गजाननम् | परम पावन सत्य साई जो वास्तव में स्वयं भगवान गणेश हैं, हम उनका नित्य प्रति स्मरण करते हैं। |
सद्गुरु चरणं परम पावनं सत्य साईनं गजाननम्। | हम गजानन स्वरूप सत्य साई भगवान के पावन चरणों में श्रद्धापूर्वक नमन करते हैं। |
भव भय हरणं परम पावनम् सत्य साईनं गजाननम् | जगत के समस्त प्रकार के भय को दूर करने वाले सत्य साई गजानन के पावन चरणों में प्रणाम है। |
राग: सिंधु भैरवी पर आधारित
श्रुति: डी (पंचम)
बीट (ताल): कहरवा या आदि तालम् – 8 बीट
भारतीय संकेतन
पश्चिमी संकेतन
Adopted from : https://archive.sssmediacentre.org/journals/vol_12/01JAN14/bhajan-tutor-Prem-Ganesha-Sharanam.htm