- जय जय जय हे गजानना
- पार्वती नंदन शुभानना
- जय जय जय हे गजानना
- नीलकंठ सुत गजानना
- नित्य शुभांगा गजानना।।
जय जय जय हे गजानना
भजन
अर्थ
हे गजानन, (जिनका आनन (मुख)हाथी का है), आपकी जय हो। पार्वती के पुत्र, शुभ आनन वाले गणेश आपकी जय हो। नीलकंठ भगवान शिव के प्रिय पुत्र, सदा शुभकारी गणपति आपकी जय हो।
व्याख्या
जय जय हे गजानना | भगवान गणेश की जय, हाथी के मुख वाले प्रभु की जय। |
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पार्वती नंदन शुभानना | अति शुभदायी मुख वाले! माता पार्वती के प्रिय पुत्र। |
जय जय हे गजानना | भगवान गणेश की जय, हाथी के मुख वाले प्रभु की जय। |
नीलकंठ सुत गजानन | हे गज मुखी प्रभु, नीलग्रीव प्रभु शिव के प्रिय पुत्र। |
नित्य शुभांगा गजानना | हे गज मुखी भगवान, आप सदा सभी के लिए शुभ हैं। |
राग: मोहनम (कर्नाटक), भूपाली (हिंदुस्तानी)
श्रुति: सी # (पंचम)
बीट (ताल): कहरवा या आदि तालम् – 8 बीट
भारतीय संकेतन
पश्चिमी संकेतन
https://archive.sssmediacentre.org/journals/vol_15/01AUG17/Bhajan-Tutor-Jaya-Jaya-Jaya-Hey-Gajanana.htm