समाज में कर्मरत हाथों का महत्व

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समाज में कर्मरत हाथों का महत्व
उद्देश्य:

एक प्रेरणादायक खेल जो बच्चों को यह समझने में मदद करता है कि विभिन्न व्यवसायों के लोग समाज के लिए क्या अच्छा करते हैं।

संबंधित मूल्य:

कलात्मक कौशल का अभ्यास करना एवं समाज में विभिन्न लोगों की भूमिका के महत्व को समझना।

आवश्यक सामग्री:

‘मानवीय मूल्य’ कार्ड का एक सेट।

गुरू के लिए प्रारंभिक कार्य:

कोई नहीं।

कैसे खेलें
  1. बच्चों को 2 टीमों में बांँटा जाता है। दोनों टीमों को 2-2 अर्द्ध चंद्राकार पर बैठकर एक साथ खेलना है।
  2. फिर गुरू समझाते हैं कि समाज में अलग-अलग लोग अलग-अलग भूमिकाएँ निभाते हैं, और उनमें से प्रत्येक समाज की भलाई के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हैं।
  3. प्रत्येक टीम से एक खिलाड़ी गुरू के पास आता है, वे बच्चे को कोई एक पेशा(कार्य )बताते हैं। बच्चा अपनी संबंधित टीम में वापस जाता है और बिना कोई आवाज़ किए, दिए गए व्यवसाय (पेशे/कार्य)को निभाने की कोशिश करता है।
  4. उस पेशे का अनुमान लगाने वाली पहली टीम को एक ‘मानव मूल्य’ कार्ड मिलता है। प्रत्येक दौर के बाद टीमों को यह बताना चाहिए कि वह कर्मचारी समाज के लिए क्या अच्छा करता है।
  5. 5. इस खेल का उद्देश्य विभिन्न व्यवसायों के लोगों द्वारा समाज के लिए किए गए अच्छे कार्यों को उजागर करना है।
  6. खेल जारी रहता है और नए खिलाड़ियों को विभिन्न व्यवसायों में अभिनय करने का मौका दिया जाता है।
गुरुओं को सुझाव:
  • यदि कुछ ही प्रतिभागी हैं, तो टीमें न बनाएंँ, इसके बजाय बच्चे बारी-बारी से खेल खेल सकते हैं।
  • जो बच्चे पेशे का सही अनुमान लगाते हैं, वे एक ‘मानवीय मूल्य’ कार्ड जीतते हैं।
  • कई राउंड के बाद, सबसे अधिक संख्या में ‘मानव मूल्य’ कार्ड वाला बच्चा विजेता होता है।

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