हर हर शंकर
भजन
- हर हर शंकर सांब सदाशिव ईशा महेशा
- तांडव प्रियकर चंद्रकलाधरा ईशा महेशा
- अंबा गुह लम्बोदर वंदिता ईशा महेशा
- तुंग हिमाचल श्रृंग निवासित ईशा महेशा
अर्थ
ईश्वर के विविध नामों का जप करें: शंकर, सांब सदाशिव और महेश। हे भगवान महेश! आप तांडव नृत्य (ब्रह्मांडीय नृत्य) प्रेमी हैं। आप मस्तक पर चंद्रमा धारण कर शोभायमान हैं। आपकी पूजा माँ अम्बा के प्रिय पुत्र, लंबोदर गणेश द्वारा की जाती है। आप हिमालय निवासी हैं। उपरोक्त दिव्य नामों का जप करने से भगवान बुराई का नाश करते हैं और सुरक्षा प्रदान करते हैं।
व्याख्या
हर हर शंकर सांब सदाशिव ईशा महेशा | हे भगवान शिव! आप देवाधिदेव, नित कल्याणकारी, समस्त शंकाओं का निवारण करने वाले तथा प्रकृति के स्वामी, सभी अच्छाई और समृद्धि के स्रोत हैं। |
---|---|
तांडव प्रियकर चंद्रकलाधरा ईशा महेशा | हे भगवान शिव! आप सर्वश्रेष्ठ नृत्य के प्रणेता तथा ब्रम्हांड के नाद के अधिष्ठाता हैं, जो संपूर्ण ब्रह्मांडों को गतिशीलता प्रदान करके प्रसन्न होते हैं, और उनका सही संतुलन और लय बनाए रखते हैं। आपके मस्तक पर सुंदर एवं निर्मल अर्धचंद्र सुशोभित है। आप शांतस्वरूप सर्वोच्च कालपुरुष हैं, जो काल पर शासन करते हैं! |
अम्बा गुह लम्बोदर वंदित ईशा महेशा | हे सर्वोच्च भगवान शिव! आप ही हैं जिनकी पूजा माता पार्वती के साथ-साथ भगवान सुब्रमण्यम और भगवान गणेश द्वारा भी की जाती है। आप सर्वशक्तिमान परमेश्वर हो।! |
तुंग हिमाचल श्रृंग निवासित ईशा महेशा | हे भगवान शिव! आप हिमालय के सदृश्य शुद्ध और स्थिर हृदय में निवास करने वाले हैं। आप ही वह हैं जिसकी कल्पना हमारे हृदय के भीतर मौन की गहराइयों में की जा सकती है । |
राग: प्रमुख रूप से राग दरबारी कान्हड़ा पर आधारित
श्रुति: सी # (पंचम)
बीट (ताल): कहरवा या आदि तालम – 8 बीट
भारतीय संकेतन
पश्चिमी संकेतन
Adopted from : https://archive.sssmediacentre.org/journals/vol_12/01FEB14/Hara-Hara-Shankara-Samba-Sadashiva-Eesha-Mahesha-bhajan-tutor-february.htm