साई दर्शन
साई दर्शन
मेरे प्यारे बच्चों!
हमारे प्रिय भगवान बाबा के स्वरूप को ध्यानपूर्वक देखें। अब धीरे से अपनी आंँखें बंद कर लें। तीन बार ओम साई राम कहें। मौन और शांति का पालन करें।
दिन की शुरुआत प्रेम से करें, दिन को प्रेम से भरें, दिन का अंत प्रेम से करें, यही ईश्वर तक पहुंँचने का मार्ग है।
“ईश्वर प्रेम है।”
बाबा अपने बच्चों से प्यार करते हैं और वह चाहते हैं कि हम केवल धार्मिकता का पालन करें। वह आपमें, आपके चारों ओर, आपके ऊपर और आपके बीच में हैं। उन्हें मत छोड़ो। वे आपके दिल के अंदर हैं। यह आश्वासन देते हुए कि जब आप भीतर देखेंगे, तो आप उन्हें देख सकते हैं और पकड़ सकते हैं।
वो तुम्हें “बंगारू” कहते हैं। आप बहुत अच्छे हैं। हमेशा अपने माता-पिता का ख्याल रखें और उनका सम्मान करें। अपने शिक्षकों और बड़ों का सम्मान करें।
प्रिय बच्चों, “अच्छे बनो। अच्छा करो और अच्छा देखो।” जब आप साई के बारे में सोचते हैं, तो वह 1000 माताओं की तरह आपके पास दौड़ती हुई आती हैं। सही और अच्छे काम करें और सभी को खुश करें। हमारी साई माँ के इस आश्वासन के साथ आपको अपने जीवन में हर कदम सहजता और आत्मविश्वास के साथ रखना होगा। अब धीरे-धीरे अपनी आंँखें खोलें तथा ‘साई राम’ कहें।
प्रश्न:
- 1000 माताओं का प्यार किसका है?
- आपको बंगारू कौन कहता है?