शिव (4) शिरडीपुरीश्वर
भजन
- शिव (4) शिरडीपुरीश्वर शंभो शंकर सांब शिवों
- भवहर पुरहर पुट्टपर्त्तीश्वर शम्भो शंकर सदाशिवों
- ओम शिव (4) शिरडीपुरीश्वर शंभो शंकर सांब शिवों
- कैलासाचल बाल शिवा कालकूटधर बाल शिवा
- केलीलालस बाल शिवा लीला तांडव बाल शिवा
अर्थ
हे शिरडी के भगवान, हम आपको शिव, परमेश्वर, शम्भो, शंकर, साई शिव के रूप में पूजते हैं। आप भय और सांसारिक दुखों को दूर करने वाले हैं। आप कैलाशवासी हैं तथा तांडव (दिव्य नृत्य) के एक प्रणेता हैं।
व्याख्या
शिव (4) शिरडीपुरीश्वर शम्भो शंकर सांब शिवों | हे कल्याकारी भगवान शिव, आप ही हैं जिन्होंने शिरडी साई के रूप में अवतार लिया था। आप ही हमें परम शांति और आनंद प्रदान करते हैं। आप ही हैं जो सृष्टि के हर कण में ध्वनित और प्रतिध्वनित होते हैं। |
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भवहर पुरहर पुट्टपर्त्तीश्वर शम्भो शंकर सदाशिवों | हे भगवान शिव, आप ही पुट्टपर्त्ती के भगवान हैं। आप ही हमारे अहंकार और सांसारिक जीवन के भय को नष्ट करने वाले और हमें आनंद प्रदान करने वाले हैं। आप सर्वोच्च हैं जो ब्रह्मांड में हर जगह व्याप्त हैं। |
ओम शिव (4) शिरडीपुरीश्वर शंभो शंकर सांब शिवों | हे कल्याकारी भगवान शिव, आप ही हैं जिन्होंने शिरडी साई के रूप में अवतार लिया था। आप ही हमें परम शांति और आनंद प्रदान करते हैं। आप ही हैं जो सृष्टि के हर कण में ध्वनित और प्रतिध्वनित होते हैं। |
कैलासाचल बाल शिवा कालकूटधर बाल शिवा | हे भगवान शिव! आप बालक के समान शुद्ध एवं निर्मल हृदय में प्रकाशित होते हैं। आप ही हैं जिन्होंने संपूर्ण मानवता को बचाने के लिए घातक कालाकूट हालाहल पिया एवं हमारे कल्याण के लिए कई कष्ट सहते रहते हैं। |
केलीलालसा बाला शिवा लीला तांडव बाल शिवा | हे मंत्रमुग्ध करने वाले भगवान शिव! आप ही हैं जो अपने तांडव के ब्रह्मांडीय नृत्य से संपूर्ण ब्रह्मांड को आनंद प्रदान करते हैं। |
राग: मध्यमावती (कर्नाटक), मधुमाद सारंग (हिंदुस्तानी)
श्रुति: ए (पंचम)
बीट (ताल): कहरवा या आदि तालम – 8 बीट
भारतीय संकेतन
पश्चिमी संकेतन
Adopted from : https://archive.sssmediacentre.org/journals/vol_13/01FEB15/bhajan-tutor-Shirdipureeshwara.htm