आह्वान
उद्देश्य:
यह एक उत्साहवर्द्धक गतिविधि है, जो बच्चों में से झिझक एवं शर्मीलेपन को दूर कर उन्हें बाकी साथियों के मध्य मिलनसार बनाती है।
संबंधित मूल्य:
- आत्मविश्वास
- टीम सशक्तिकरण
- मित्रता
आवश्यक सामग्री:
संगीत (वैकल्पिक)
गुरू द्वारा पूर्व तैयारी:
कुछ नहीं|
कैसे खेलें:
- सर्वप्रथम गुरू, बच्चों को एक दूसरे का हाथ पकड़ कर गोलाकार घूमने को कहें संगीत हो तो बजाएँ।
- जब गुरू कोई एक अंक बोले जैसे 3 तब बच्चे 3 का समूह बनाकर एक दूसरे का हाथ पकड़ लें।
- यदि अंक 5 बोला जाए, तब 5 का समूह बनायें।
- 4. खेल को और रोचक बनाने के लिए आधा या एक चौथाई अंक भी बोले जा सकते हैं, यदि साढ़े तीन बोला गया, ऐसे में एक बच्चा झुक जायेगा, और 3 खड़े रहेंगे। एक चौथाई जब बोला जाए एक बच्चा जमीन पर बैठ जाएगा। (उदाहरण के लिए, यदि 9 बच्चे हैं और गुरू बोले 8+1/4, तब 8 बच्चे घेरे में और एक बच्चा जमीन पर बैठेगा)
गुरू के लिए सुझाव:
- यह खेल आपस में तालमेल लाने के उद्देश्य से खिलाया जाता है। कई बार गुरू यह पाते हैं कि बच्चे आसपास में सभी से घुलमिल नहीं रहे हैं, केवल एक दो के साथ ही रहते हैं। यह खेल उनको आपस मे जोड़ता है।
- गुरू इस बात का ध्यान रखें, गोलाकार बनाते समय दो जानकार दोस्तों को साथ न खड़ा करके, दूसरे बच्चों के साथ गोला बनवायें।