षडरिपु
उद्देश्य:
इस गतिविधि का उद्देश्य बच्चों को छह आंतरिक शत्रुओं के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक करना है जिससे वे जीवन में उनसे बच सकें।
संबंधित मूल्य:
- सजगता
- विवेकपूर्ण अंतर करना
- बुद्धि तत्परता
आवश्यक सामग्री:
- 6 बोर्ड, प्रत्येक पर एक षडरिपु (काम, क्रोध, मोह, लोभ, अहंकार, ईर्ष्या) का नाम। लिखा हो तथा एक बोर्ड जिस पर ‘भगवान का प्रिय’ लिखा हो।
- संगीत
- खेलने के लिए 6 छोटी पर्चियांँ, जिनमें से प्रत्येक पर षडरिपु लिखे होते हैं, जो फेरबदल करने और चुनने के लिए होती हैं।
- एक पर्ची जिस पर ‘भगवान का नाम’ लिखा हो।
गुरू के लिए प्रारंभिक कार्य:
7 बोर्ड कमरे के विभिन्न कोनों पर दीवारों पर टंगे होने चाहिए।
कैसे खेलें:
- बच्चों को एक गोल घेरा बनाकर बज रहे संगीत की धुन पर दौड़ते रहना चाहिए।
- जब संगीत बंद हो जाता है, तो बच्चों को 6 बोर्डों में से किसी के पास खड़ा होना होगा।
- गुरू 7 पर्चियों के पैक से 1 षडरिपु चुनें। (उदाहरण: वासना)
- ‘वासना’ के पास के सभी बच्चों को आउट घोषित कर दिया जाता है।
- बोर्ड (वासना) को अब हटा देना चाहिए।
- इस तरह संगीत के साथ खेल जारी रहता है। अंतिम दौर में, जब 6 में से केवल 1 ‘षडरिपु’ बचता है, तो “भगवान का प्रिय” पर्ची और बोर्ड जोड़ा जा सकता है।
- कहा जाता है कि जो बच्चा उस बोर्ड के पास खड़ा होता है, वह छह दुश्मनों से बचकर सार्थक लक्ष्य पाने में सफल हो जाता है।