यहूदी धर्म

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यहूदी धर्म

यह पहले ही बताया जा चुका है कि यहूदी धर्म ईसाई धर्म का प्रारंभिक रूप है। ईसाई धर्म की उत्पत्ति, प्रारंभ एवं क्रमिक विकास समझने के लिए यहूदी धर्म को भी इसी के साथ आगे लिया गया है। यहाँ यहूदी धर्म की केवल कुछ विशेषताओं का उल्लेख किया गया है। यहूदियों का धर्म ग्रंथ पूर्व-विधान अर्थात ओल्ड टेस्टामेंट की कहानी से शुरू होता है। सबसे प्रथम पुरुष आदम माने जाते हैं बाकी सब उनकी संतान हैं। रैबीस ने पूछा कि एक ही आदमी को पहले क्यों बनाया गया। इसका उत्तर था कि जिससे मानव आपस में “मेरे पिता तुम्हारे पिता से महान है” कहकर विवाद में न पड़े। यहूदियों का यह यहूदी धर्म, इस प्रकार मानव की मूलभूत समानता पर प्रमुख रूप से जोर देता है।

यह एक एकेश्वरवादी धर्म है, अर्थात यह मानता है कि ईश्वर एक है। वह सभी धार्मिकता का निर्माता और स्रोत है। यहूदी फिरौन (मिस्र के राजाओं) के अधीन मिस्र में गुलामी में थे। उन्हें शारीरिक शोषण और अपमान का शिकार होना पड़ा। एक बार मूसा एक झाड़ी को देखने के लिए सीनै पर्वत पर गया, जो जलती रही, लेकिन जली नहीं। वहाँ उसने परमेश्वर की आवाज़ सुनी जो उसे पुकार रही थी और कह रही थी कि वह यहूदियों को गुलामी से निकालकर “दूध और मधु की धाराएँ बहने वाली” भूमि पर ले जाए। मूसा ने परमेश्वर से उसका नाम पूछा। भगवान ने उत्तर दिया, “मैं वह हूंँ जो मैं हूंँ”। बड़ी मुश्किल के बाद यहूदी मिस्र से भागने में सफल रहे। महीनों बाद, वे सीनै पर्वत पर पहुँचे। मूसा पहाड़ पर चढ़ गया, जहांँ उसने परमेश्वर की आवाज को अपने पास बुलाते हुए सुना। परमेश्वर ने पत्थर की दो पटियाओं में दस आज्ञाओं को अंकित किया और उन्हें मूसा को सौंप दिया।

दस दैवी आदेश:
  1. मैं तुम्हारा प्रभु ईश्वर हूँ, जो तुम्हें मिस्र के बाहर दासता बंधन से मुक्त कर लाया है।
  2. मेरे अलावा तुम्हारा कोई दूसरा ईश्वर नहीं होना चाहिए। तुम्हारे पास कोई खुदी हुई मूर्तियाँ इस प्रकार की कोई वस्तु नहीं होनी चाहिए जो ऊपर स्वर्ग में है या नीचे पृथ्वी पर अथवा जमीन के नीचे पानी में।
  3. उन सहस्रों लोगों पर दया करो जो मुझे प्यार करते हैं और मेरे आदेशों को मानते हैं।
  4. तुम अपने ईश्वर व प्रभु के नाम व्यर्थ में नहीं, सोद्देश्य लोगे।
  5. जैसा कि तुम्हारे प्रभु का आदेश है सबथ (विश्राम) का दिन पवित्रता हेतु है। छः दिनों तक तुम मेहनत करोगे और सातवाँ दिन ईश्वर का दिन है। मनुष्यों और प्राणियों सभी के लिए विश्राम।
  6. अपने माता-पिता का ईश्वर का आदेश मानकर आदर करो ताकि तुम दीर्घ जीवी बनो।
  7. तुम हत्या नहीं करोगे।
  8. तुम व्यभिचारी नहीं बनोगे ।
  9. तुम चोरी नहीं करोगे।
  10. तुम अपने पड़ोसी के विरुद्ध झूठी गवाही नहीं दोगे और न ही अपने पड़ोसी की धन- दौलत की कामना करोगे ।

जब मोजेस दस दैवी आदेशों सहित वापस आए तो अपने आदमियों को जो अनैतिकतापूर्ण जीवन में डूब चुके थे, देख बहुत दुःखी हुए और इन पट्टियों को उनकी ओर फेंक दिया। गुमे हुए दैवी आदेशों को प्रदान किये जाने हेतु उन्होंने ईश्वर से पुनः प्रार्थना की तथा ईश्वर ने उनकी इच्छा पूरी की। ये आदेश उन्होंने अपने आदमियों को पढ़ाए, उन्हें संगठित किया व उनका पुनरुत्थान किया। लाल सागर पार करने पर जैसे ही उन्होंने इजराइल के दर्शन किए, उनकी जीवन लीला समाप्त हो गई। उनके शिष्य जोशुआ उनको मातृभूमि इजराइल ले गए।

बाद में यहूदी कानूनों और अनुशासनों को एक साथ रखकर तोराह नामक एक किताब संकलित की गई। बाद में इसे तलमुद नामक पुस्तक में विस्तारित किया गया। यहूदी मानते हैं-

  1. एक मसीहा का आगमन (एक दिव्य व्यक्ति जो लोगों के उद्धारकर्ता के रूप में अवतरित होंगे)।
  2. चुने हुए लोगों का विचार जिन्हें प्रभु की इच्छा को पूरा करने का काम सौंपा गया है।
  3. तोराह में निहित कानून।

यहूदी धर्म इस बात में भी विश्वास करता है कि ईश्वर न्यायाधीश है, एक कठिन कार्यपालक है और जो कोई भी कानूनों की अवहेलना करता है, उसे कड़ी सजा दी जाएगी। इब्री मूर्ति पूजा में विश्वास नहीं करते। उनके पूजा स्थल को सिनेगॉग कहा जाता है। यहूदी आध्यात्मिक नेताओं को रब्बी कहा जाता है।

वे कहते हैं कि ईश्वर सर्वोपरि है, शाश्वत है और कभी भी परिवर्तित या क्षय नहीं हो सकता है और इसलिए उसे किसी भी रूप में किसी भी नाशवान सामग्री के साथ प्रस्तुत करना गलत है।

यहूदियों की महान आज्ञाएँ हैं:

  1. अपने पड़ोसी से वैसे ही प्रेम करो जैसे तुम स्वयं से प्रेम करते हो।
  2. अपने भाई के लिये तुम्हारे मन में बैर न रहे।
यहूदी धर्म का प्रतीक

यहूदी लोगों का प्रतीक मैगन डेविड है जिसे स्टार ऑफ डेविड के नाम से भी जाना जाता है।

मेनोरा यहूदी आस्था के सबसे पुराने प्रतीकों में से एक है और माना जाता है कि यह जलती हुई झाड़ी का प्रतिनिधित्व करता है।

मुख्य यहूदी त्यौहार

फसह का पर्व वह समय है जब यहूदी लोग याद करते हैं कि कैसे इस्राएल के बच्चे अपने पीछे गुलामी छोड़ गए थे जब उन्होंने मिस्र छोड़ा था। यह आठ दिनों का एक प्रमुख त्यौहार है।

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