कृष्ण जन्माष्टमी, विष्णु के आठवें अवतार भगवान कृष्ण के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाने वाला पर्व है। बच्चे और वयस्क इस मौज-मस्ती भरे मौके का इंतजार करते हैं। जब हम भगवान कृष्ण के विषय में सोचते हैं तो हमारे मन-मस्तिष्क में कई छवियांँ आती हैं। कृष्ण का सुंदर नीला रंग, उनकी शरारती मुस्कान, उनके द्वारा मटकी तोड़ना व मक्खन लेकर भागना, भगवान द्वारा गोवर्धन पर्वत को छोटी उंगली से उठाना, उनका सुंदर गोपिकाओं के साथ नृत्य करना एवं अपनी बांँसुरी पर भावपूर्ण संगीत की धुन छेड़ना इत्यादि।
इस खंड में, भगवान कृष्ण पर साईं कृष्ण के दिव्य प्रवचन, उनके गीत और प्रार्थनाएंँ, उनकी दिव्य लीलाओं पर चिंतन करने के लिए कहानियांँ, संजोने के लिए सुंदर शिल्प, कृष्ण के साथ एकता महसूस करने के लिए खेल और उनके आगमन का उत्सव मनाने के लिए सुंदर सजीव रंगोलियांँ सम्मिलित हैं।