वैचारिक चिंतन
वैचारिक चिंतन
(बाल विकास कक्षा में दीपावली-गतिविधि)
गुरु द्वारा बच्चों को बोर्ड पर लिखकर एक विषय दिया जाए “दीपावली”। इस विषय को मुखाग्र बोलकर भी स्पष्ट किया जाए। छात्रों को इस विषय से संबंधित कुछ शब्द कहने के लिए कहें। उदाहरण के लिए प्रकाश, कृष्ण, तोरण, नए वस्त्र, तेल स्नान, नरकासुर, सत्यभामा, राम, सीता, लक्ष्मण, रावण, लक्ष्मी पूजा, इत्यादि, शब्द बोर्ड पर लिखें और उनको पुस्तिकाओं में भी लिखने को कहें। (कृपया, शब्दों को व्यवस्थित न करें, न ही क्रमबद्ध करें।) कितने और कौन से शब्द आते हैं, इसकी कोई सीमा नहीं है !!!
नोट: संबंधित शब्द गुरु से नहीं, छात्रों से आने चाहिए। यदि गुरु किसी बच्चे द्वारा दिए गए शब्द और विषय के बीच संबंध नहीं पाते हैं, तो उसे “नहीं” कहने के बजाय, उससे पूछें कि उसे “क्यों” लगता है कि वह शब्द विषय से संबंधित है।