उलटी गिनती
उद्देश्य:
यह एक समूह गतिविधि है जिसमें छात्रों को बालविकास कक्षाओं में सीखी गई अनुक्रमिक अवधारणाओं को उल्टे क्रम में सूचीबद्ध करना होता है। कार्य पर ध्यान केंद्रित करने से बच्चे, झिझक तथा पीछे हटने जैसी भावना से मुक्त होते हैं। यह उनकी याददाश्त एवं श्रवण कौशल को मजबूत करता है।
संबंधित मूल्य:
- स्मरण शक्ति में वृद्धि।
- एकाग्रता।
- सतर्कता।
- आत्मविश्वास ।
- समस्या को सुलझाना।
आवश्यक सामग्री:
कागज और कलम।
गुरू के लिए प्रारंभिक कार्य:
गुरू पर्चियाँ तैयार करते हैं जिन पर निम्नलिखित अनुक्रमिक अवधारणाओं के नाम लिखे जाते हैं।
- चार पुरुषार्थ
- चार वेद
- चार युग
- पाँच पांडव
- पंच प्राण
- पंच कोष
- षडरिपु
- दशावतार आदि।
कैसे खेलें
- गुरू बच्चों को जोड़ी बनाने के लिए कहती हैं।
- वह उन्हें एक उदाहरण की मदद से समझाती हैं कि गतिविधि कैसे करनी है।
- वह बच्चों की पहली जोड़ी को सामने बुलाती हैं। वह उनमें से एक को अवधारणा वाली एक पर्ची देती हैं – चार पुरुषार्थ।
- बच्चा इनका उच्चारण इस प्रकार करता है – धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष।
- उसके साथी को शब्दों को उल्टी दिशा में दोहराना होगा जैसे – मोक्ष, काम, अर्थ, धर्म।
- यदि वह ऐसा करने में सक्षम है, तो जोड़ी को अंक मिलते हैं।
- यदि नहीं, तो छात्रों की एक और जोड़ी को मौका मिलता है।
- बाकी बच्चों के साथ गतिविधि इसी प्रकार जारी रखी जाती है।
विविधताएँ:
समूह 1 के बच्चों के लिए, त्रिमूर्ति, त्रिगुण आदि जैसे 3 अवधारणा अनुक्रम लिए जा सकते हैं।
गुरुओं को सुझाव:
यह गतिविधि, जब बालविकास कक्षा में बार-बार की जाती है तब वह बच्चों को अवधारणाओं को सरलतापूर्वक तथा मज़ेदार तरीके से याद करने में सहायता करती है।