शब्द पकड़ो – भजन गाओ
खेल
प्रभु की महिमा का गान करना सबको प्रिय लगता है। इस गतिविधि में, बच्चों को भगवान शिव से संबंधित एक नाम या शब्द दिया जाएगा और उस नाम या शब्द से एक भजन गाने के लिए कहा जाएगा। यह बच्चों को उन भजनों को जल्दी याद करने में मदद करता है जो उन्होंने बालविकास वर्ग में सीखे हैं । यह गतिविधि उनकी स्मरण शक्ति में सुधार करती हैं। यह खेल बच्चों को एक भजन अंत्याक्षरी की तरह बहुत दिलचस्प लगेगा।
खिलाड़ी:
- समूह I, II और III के बच्चे
समाहित मूल्य:
- स्मरण शक्ति को बेहतर बनाना।
- भजन गायन में रूचि पैदा करना।
- संगठित होकर कार्य करने की भावना (टीम वर्क) को प्रोत्साहित करना।
आवश्यक सामग्री:
- एक कटोरी
- भगवान शिव के नामों एवं उनसे संबंधित शब्द लिखने के लिए कागज।
- समूह I और II पाठ्यक्रम के शिव भजनों के कुछ शब्द उदाहरण के लिए नीचे दिए गए हैं:
- विश्वेश्वर
- गिरिजापति
- कैलाश
- गौरी
- गंगाधर
- शंभो
- विभूति सुंदर
पूर्व तैयारी:
गुरू भजन गाने के महत्व को समझा सकते हैं और पिछली कक्षाओं में पढ़ाए गए भजनों का दोहराव भी कर सकते हैं। शिव के नाम या भगवान शिव से संबंधित शब्दों वाली छोटी-छोटी चिट तैयार करें।
खेल:
- बच्चों को समूहों में विभाजित किया जा सकता है।
- प्रत्येक टीम से एक बच्चे को कटोरे से एक चिट लेकर आना होता है।
- प्रतिभागी उसे अपनी टीम के साथियों को दिखा सकता है और चिट में लिखे हुए शब्द से संबंधित भजन ढूँढ सकता है। उन्हें गायन शुरू करने के लिए 30 सेकंड दिए जाने चाहिए।
- यदि टीम दिए गए समय के भीतर गाने में सक्षम है, तो उन्हें 10 अंक दिए जाएँगे। यदि वे विफल होते हैं, तो अगली टीम को उसी चिट को पारित किया जाएगा। यदि दूसरी टीम भजन गाने में सफल होती है तो उन्हें 5 अंक दिए जाएँगे।
- इस प्रकार सभी टीमों के साथ यह प्रक्रिया दोहराना चाहिए।
- इसी प्रकार यह खेल भगवान कृष्ण, भगवान राम एवं सर्व धर्म भजनों आदि के लिए भी खेला जा सकता है।