गुब्बारे का खेल
उद्देश्य:
इस खेल के द्वारा अनुशासन को बालकों के मन में रोपित किया जाता है और किसी भी कार्य को करने में बच्चे अनुशासन का महत्व समझने लगते हैं।
सम्बंधित मूल्य:
- अनुशासन
- समस्या समाधान
- निर्णय क्षमता
- टीम सशक्तिकरण
- साझा और सहयोग
आवश्यक सामग्री:
- गुब्बारे
- स्केच पेन
- टोकरी या टब/बैग
गुरू की पूर्व तैयारी:
कुछ नहीं
कैसे खेलें:
- सबसे पहले हर बच्चे को एक स्केच पेन, और एक गुब्बारा दिया जायेगा।
- बच्चे गुब्बारे को फुलायेंगे और उसपर पेन से अपना नाम, बड़े अक्षरों में लिखेंगे।
- फिर एक बच्चे से, गुरू सारे गुब्बारे एक बड़े टब में इकठ्ठा करवाएंगे।
- अब गुरू तीन बार ताली बजा कर निर्देश देँगे, दौड़ कर टब से अपने नाम का गुब्बारा लाकर अपने स्थान पर लौटो।
- इससे सामान्यतया खूब हलचल और अव्यवस्था होगी, क्योंकि सभी बच्चे अपने नाम के गुब्बारे ढूंँढने में बहुत अस्तव्यस्त और अव्यवस्थित स्थिति निर्मित कर देंगे।
- एक बार जब स्थिति सामान्य हो जाएगी,और बच्चे अपने स्थान पर बैठ जाएंगे, तब गुरू उनसे पूछेंगे,क्या इस कार्य को करने का और कोई बेहतर और अनुशासित तरीका हो सकता था, जिसमें समय भी कम लग सकता हो?
- एक सुझाव आएगा, यदि क नाम का बालक ख नाम वाले का गुब्बारा उठता और उसको दे देता,तब इतनी अव्यवस्था नहीं होती। शांति से गुब्बारे पर लिखे नाम को उस बालक को देने से कोई शोर और अफरातफरी नहीं होती।
गुरू के लिए सुझाव:
- गुब्बारों के स्थान पर कक्षा में लायी गयी पुस्तकों का प्रयोग कर सकते हैं।