यदा यदा
ऑडिओ
श्लोकाचे शब्द किंवा बोल
- यदा यदा हि धर्मस्य ग्लानिर्भवति भारत।
- अभ्युत्थानमधर्मस्य तदात्मानं सृजाम्यहम्।।
अर्थ :
जेव्हा जेव्हा धर्माला उतरती कळा लागते आणि अधर्म उफाळून वर येतो तेव्हा मी स्वतःला जन्माला घालतो (जन्म घेतो).
स्पष्टीकरण
यदा यदा | जेव्हा जेव्हा |
---|---|
हि | निश्चितपणे |
धर्मस्य | धर्माची |
ग्लानि | हानी |
भवति | होते |
भारत | हे अर्जुना, भरत वंशी |
अभ्युत्थानम् | वृद्धी, वाढ |
अधर्मस्य | अधर्माची |
तदा | त्यावेळी |
आत्मानम् | आपले रूप |
सृजामि | रचतो (म्हणजे साकार रुपाने लोकांच्या समोर प्रकट होतो) |
अहं | मी |
Overview
- Be the first student
- Language: English
- Duration: 10 weeks
- Skill level: Any level
- Lectures: 1
-
पुढील वाचन