सचित्र रहस्य
उद्देश्य:
यह एक स्वांग-प्रेरित, शब्द-अनुमान लगाने वाला खेल है जिसकी निर्मिती, बच्चे के कलात्मक पक्ष को व्यक्त करने के लिए की गई है जिसमें खिलाड़ियों को, अन्य खिलाड़ी द्वारा खींची गई तस्वीर के माध्यम से शब्द/वाक्यांश/विचार का अनुमान लगाना होता है।
संबंधित मूल्य:
- कल्पना
- रचनात्मकता
- जिज्ञासा
- पूछताछ की भावना।
- मानसिक चित्रात्मकता।
आवश्यक सामग्री:
- <liसफ़ेद बोर्ड और पेन
- कागज तथा पेंसिल
- शब्दों एवं पर्चियों की सूची।
गुरू के लिए प्रारंभिक कार्य:
- गुरू, विषय-विशिष्ट अवधारणाओं की एक सूची तैयार करती हैं। सूची में निम्नलिखित श्रेणियांँ शामिल हो सकती हैं:
- अध्यात्म: भगवान कृष्ण, विष्णु, शिव, सुब्रमण्यम, गणेश, बुद्ध, ईसा मसीह, ज़ोरोस्टर।
- व्यक्तित्व: गांधीजी, चाचा नेहरू, कवि भरतियार, विवेकानन्द, छत्रपति शिवाजी, मीराबाई।
- मूल्य एवं उप-मूल्य: खुशी, प्यार, साझा करना, देखभाल करना, एकता, शांति, न्याय मित्रता, सुरक्षा, ऊर्जा, देशभक्ति, एकाग्रता, मौन, स्वच्छता बलिदान।
- इंद्रिय बोध:ध्वनि, स्पर्श, दृष्टि, गंध।
- साई उद्धरण:
- प्रार्थना करने वाले होठों की अपेक्षा सेवा करने वाले हाथ अधिक पवित्र होते हैं।
- हीरो बनो, जीरो नहीं।
- सभी से प्रेम, सभी की सेवा।
- सिर जंगल में, हाथ समाज में।
- मौन साई-लेंस है।
- पैसा आता है और चला जाता है लेकिन नैतिकता आती है और बढ़ती है।
- समय की बर्बादी जीवन की बर्बादी है।
- अच्छा देखो
- स्थिर रहने के लिए पढ़ाई करो।
- जीवन एक खेल है, इसे खेलें।
- इसके पश्चात्, वह पर्चियाँ तैयार करती हैं, जिनमें से प्रत्येक पर एक शब्द (सूची से) होता है।
कैसे खेलें:
- एक बच्चे को एक पर्ची दी जाती है जिस पर शब्द/वाक्यांश लिखा होता है। (उदाहरण: प्रेम)
- फिर गुरू उसे बोर्ड पर प्रेम का प्रतिनिधित्व करने वाली एक छवि बनाने के लिए कहती हैं।
- छवि (उदाहरण: खींची गई ❤) से, कक्षा के बाकी सदस्यों को उसकी पर्ची पर लिखे प्रेम शब्द का अनुमान लगाना चाहिए।
- गुरू उन्हें निर्देश देती हैं कि वे किसी भी मौखिक संकेत का उपयोग न करें अथवा आसपास की चीज़ों की ओर इशारा न करें।
- वह उन्हें आगे बताती हैं कि यदि टीम के सदस्यों को वह पहचान में नहीं आ रहा जो खींचा जा रहा है, तो नई दिशा में प्रयास किया जा सकता है, उदाहरण के लिए उससे संबंधित और अधिक चित्र बनाना, जब तक कि नए सुराग एक साथ न आ जाएंँ, सटीक उत्तर न मिल जाए।
- एक बार जब वे शब्द का अनुमान लगाने में सक्षम हो जाते हैं, तो चित्र बनाने का अगला मौका दूसरे बच्चे को जाता है।
- 7. लेकिन यदि बच्चा कई प्रयासों के बावजूद शब्द को सही ढंग से प्रस्तुत करने में विफल रहता है, तो दूसरे बच्चे को वही पर्ची दी जा सकती है।
- खेल इस प्रकार तब तक जारी रहता है जब तक कि श्रेणी के सभी शब्द समाप्त नहीं हो जाते (उदाहरण: साई उद्धरण) व प्रत्येक बच्चे को मौका नहीं मिल जाता।
यह मज़ेदार खेल कला एवं रचनात्मक दृश्य का मिश्रण है।