श्री सत्य साई बाल विकास की स्थापना जिसका अर्थ है मानवीय उत्कृष्टता का प्रस्फुटन, भारत में भगवान श्री सत्य साई बाबा के आह्वान पर अपने बच्चों के आध्यात्मिक उत्थान के लिए माता पिता द्वारा बच्चों के चरित्र को ढालने की जिम्मेदारी संभालने और उन्हें उजागर करने के लिए की गई थी। बाल विकास के माध्यम से बच्चों को भारत की सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक धरोहर जो मानवता की पहचान है, को समृद्धशाली बनाने की प्रेरणा दी जाती है|
श्री सत्य साई बाल विकास कार्यक्रम की स्थापना भगवान श्री सत्य साई बाबा द्वारा की गई है जो एक सक्रिय नैतिक जीवन के लिए व्यक्तिगत प्रतिबद्धता के विश्वव्यापी नवीनीकरण को सक्षम करने के लिए है। इसमें प्रति सप्ताह लगभग एक घंटे के लिए निर्धारित प्रत्येक वर्ग में कुछ सरल किन्तु प्रभावी तकनीकों को अपनाया जाता है जैसे प्रार्थना, समूह गायन, मौन बैठक, कहानी कथन एवं सामूहिक गतिविधियाँ|