आमतौर पर 3D, तीन आयाम को दर्शाता है| आध्यात्मिक साधना में ये 3D, मनुष्य के अस्तित्व के बारे में बताता है।
मनुष्य का स्वयं के अंतर्मन से संबंध – अनुशासन।
उसका संबंध समाज से – कर्तव्य।
उसका संबंध ईश्वर से – भक्ति।
जब आप 3D वाले चश्मे पहनते हो, तब पर्दे पर दृष्यमान चित्र और पास आ जाते हैं, वैसे ही, जब हम इन 3D का पालन करते हैं, तब प्यारे भगवान, हमारे बहुत पास होते हैं।
जो शिक्षा इस खंड/अनुभाग से हमे प्राप्त होगी वो इस प्रकार है:-
- मूलभूत परिभाषा।
- रोचक कहानियों के माध्यम से।
- स्वयं को परखने वाले अभिवृत्ति परीक्षण से।
- परिचर्चा और खेल के माध्यम से, विषय को बेहतर समझना।
गुरुओं को इन सत्र को कक्षा में करवाना चाहिए। गतिविधियाँ इन सत्रों को अधिक जीवंत और रोचक बनाती है।