गेयं गीता
ऑडियो
श्लोक
- गेयं गीतानामसहस्त्रं
- ध्येयं श्रीपतिरुपमजस्त्रम्।
- नेयं सज्जनसंगे चित्तं
- देयं दीनजनाय च वित्तम् ॥
भावार्थ
गीता और विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ सदा करना चाहिए। निरन्तर लक्ष्मीपति विष्णु का ध्यान करना चाहिए। मन को सत्संग में लगाना चाहिए तथा दीन-दुखियों को धन का दान देना चाहिए।
व्याख्या
गेयम् | गाने योग्य |
---|---|
गीता | भगवद् गीता |
नाम | भगवान का नाम |
सहस्रम् | सहस्त्र (हजार) |
ध्येयम् | ध्यान करना |
श्रीपति | लक्ष्मीपति विष्णु |
रूपम् | रूप, छवि |
अजस्त्रम् | निरंतर |
नेयम् | लगाना |
सज्जन | अच्छे लोग |
संगे | साथ |
चित्तम् | मन |
देयम् | दिया जाना |
दीनजनाय | दीन, निर्धन लोगों को |
च | तथा |
वित्तम् | धन |
Overview
- Be the first student
- Language: English
- Duration: 10 weeks
- Skill level: Any level
- Lectures: 0
The curriculum is empty