प्राणायामं प्रत्याहारं

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श्लोकाचे बोल
- प्राणायामं प्रत्याहारं
- नित्यानित्यविवेकविचारम्
- जाप्यसमेतसमाधिविधानं
- कुर्ववधानं महदवधानम्
अर्थ
प्राणायाम, प्रत्याहार, नित्य-अनित्य यांचा विचार, जपध्यान सहित सामाधिची सवय या सर्व गोष्टींकडे नीट लक्ष दे! हे खूप महत्त्वाचे अवधान आहे?

स्पष्टीकरण
| प्राणायाम | श्वासावर नियंत्रण | 
|---|---|
| प्रत्याहार | सर्व इंद्रियांना बाह्य विषयांपासून आवरून घेणे | 
| नित्य | कायम अस्तित्व असलेले (ब्रह्म) | 
| अनित्य | तात्पुरते अस्तित्व असलेले (जग) | 
| विवेक | योग्य अयोग्य विचार | 
| विचार | विवेकातून निघालेले सार | 
| जाप्य समेत | जपासह | 
| समाधिविधानम् | एकाग्रतेची परम अवस्था | 
| कुर्ववधानम् | कुरु+अवधानम्, नीट लक्ष दे | 
| महावधानम् | महा+अवधानम्, खूप लक्षपूर्वक | 
Overview
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- Language: English
- Skill level: Any level
- Lectures: 1
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	उपक्रम

 
                                
















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